सभी योग्य महिलाओं जिन्होंने मध्यप्रदेश सरकार की लाडली बहना योजना के लिए आवेदन किया है, इसका लाभ ले सकती हैं। योजना के तहत महिलाओं को मासिक आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके चलते, इस योजना से लाभ उठाने वाली 1.29 करोड़ से अधिक महिलाएं हैं।
इस योजना से लाभ प्राप्त करने वाली कोई भी महिला लाभार्थी चाहे तो इसे त्याग सकती है। Cmladlibahna.mp.gov.in, सरकार की आधिकारिक वेबसाइट, इसके लिए एक विशिष्ट विकल्प प्रदान करता है। लाभों के त्याग की प्रक्रिया के विभिन्न चरणों पर इस लेख में चर्चा की जाएगी।
लाडली बहन योजना का परित्याग ऑप्शन क्या है?
मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना का लाभ लेने वाली अपात्र महिलाओं का परित्याग करने का आदेश रद्द कर दिया गया है। सागर के महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी ने कहा कि यदि कोई पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष, सचिव या समूह के सदस्य द्वारा शासन द्वारा निर्धारित शर्तों के खिलाफ लाडली बहना की पेशकश की गई है, तो पंद्रह दिन के भीतर इसे परित्याग कर दें, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस आदेश ने राज्य सरकार को परेशान करने लगा था। हालाँकि, सागर कार्यक्रम के ही अधिकारी ने इस आदेश को रद्द कर दिया। यह आदेश सामने आने पर राजनीतिक बहस हुई और कांग्रेस प्रदेश महामंत्री सैयद जाफर ने इसे महिलाओं के साथ अन्याय बताया। वहीं, महिला बाल विकास विभाग ने इस आदेश को खारिज कर दिया। सागर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने इसे निरस्त करने का आदेश दिया है।
शिवराज सिंह चौहान की भाजपा सरकार ने महिलाओं को आर्थिक सशक्तीकरण देने के लिए लाडली बहना कार्यक्रम शुरू किया था। इस योजना ने 1,000 रुपये से 3,000 रुपये प्रति महीने देने का वादा किया था। उन्होंने बताया कि वर्तमान में महिलाओं को 1,250 रुपये मिल रहे हैं। इस योजना में शुरुआती तौर पर कुछ शर्ते थे, जो बाद में खत्म कर दिए गए, जिससे अधिकांश महिलाएं इसके लाभ उठाने लगीं।
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लाभ परित्याग की व्यवस्था शुरू की गई है
शासन ने लाड़ली बहना कार्यक्रम में भाग लेने वाली महिलाओं के लिए लाभ परित्याग की व्यवस्था शुरू की है। इन महिलाओं के पास स्मार्ट फोन हैं। काल के दौरान एक या दो अंक दबाकर लाभ लेने या नहीं लेने का विकल्प मिलता है। कई महिलाओं ने गलत निर्णय लिया है। ऐसी महिलाओं ने लाभ को जारी रखने का अनुरोध किया है। जिसमें बताया गया है कि आपने गलत विकल्प चुना है। विभागीय अधिकारियों ने दोबारा लाभ शुरू करने के लिए शासन से पत्र लिखकर सलाह मांगी है।
लाडली बहना में 2.22 हजार महिलाएं लाभार्थी
जिले में 2.22 लाख लोग लाडली बहना योजना का लाभ ले रहे हैं। अब परित्याग ऑप्शन चालू है। इसमें कुछ महिलाएं परित्याग चाहती हैं। लेकिन योजना चालू रखने के लिए अधिकांश महिलाएं सहमत हैं। वास्तव में, जिन महिलाओं ने गलत विकल्प चुना है उनका कहना है कि योजना से लाभ मिलने से कई काम आसान हो जाते हैं। जरूरतमंद महिलाएं गलत निर्णय लेने से परेशान हैं।
लाभ परित्याग की लिस्ट में बलड़ी ब्लाक की महिलाएं ज्यादा
भोपाल से जारी लिस्ट में लाभ परित्याग विकल्प चुनने वालों में सबसे अधिक महिलाएं बलड़ी ब्लाक क्षेत्र की हैं। पांच दिनों में 11 महिला ने विकल्प चुना है। धुरिया बाई साठ साल की है और पिछले दस तारीख को विकल्प चुनने वाली है। आपने गलत विकल्प चुना है। इसी तरह, नर्मदा बाई राठौर ने 18 अगस्त को अपना विकल्प चुना है। इन महिलाओं ने अधिकारियों को बताया कि मोबाइल पर गलत विकल्प चुना गया है।
लाभ परित्याग एक ऑनलाइन विकल्प है। कार्यालय स्तर पर इसके लिए कोई प्रणाली नहीं है। इस मामले में शासन से निर्देश की मांग की गई है। दिशा-निर्देश मिलने पर अगले कदम उठाया जाएगा।
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किन महिलाओं द्वारा लाभ परित्याग किया जा सकता है?
मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देशों में बताया गया है कि महिलाएं किस तरह लाभ को त्याग सकती हैं।
जिन पंजीकृत महिलाओं को वर्तमान में मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का लाभ मिल रहा है और वे आवेदन के समय स्व घोषणा में दिए गए बिंदुओं में से किसी पर असहमत हैं, वे योजना का लाभ भविष्य में नहीं लेना चाहती हैं, तो वे लाभ परित्याग विकल्प का उपयोग कर सकती हैं।
- ऐसी महिलाएं जो लाडली बहना योजना से फायदा उठाती हैं
- अगर आप लाडली बहना योजना के लिए पैसे नहीं लेना चाहते हैं इसके बाद आप लाभ को छोड़ सकते हैं।
- जिन लाडली बहनों ने अभी तक लाभ नहीं लिया है, वे अब परेशान हैं कि हमारा पैसा नहीं आया। लाभ को भूल गया।
गलती से लाभ परित्याग होने पर क्या दोबारा लाभ मिलेगा या नहीं?
Note: अगर आप मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं मुख्यमंत्री लाडली बहन कार्यक्रम को फिर से लाभ नहीं मिलेगा।
अधिक जानकारी के लिए 0755-2700800 हेल्प डेस्क नंबर पर संपर्क करें। जब आप लाडली बहना योजना का लाभ छोड़ देते हैं, तो आपको कभी भी लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिलेगा, चाहे आपने इसे गलती से ही छोड़ दिया हो।
आप अब जानते हैं कि लाभ परित्याग करने पर आपको मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना का लाभ नहीं मिलेगा और आपको फिर से आवेदन करने का मौका नहीं मिलेगा।
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लाडली बहना योजना के लाभ परित्याग करने की प्रक्रिया
पहले, मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के आधिकारिक वेब पोर्टल पर जाएँ।
- फिर होमपेज पर ‘लाभ परित्याग’ विकल्प पर क्लिक करें।
- ऐसा करने से एक नया पृष्ठ खुलेगा, जो लाभ परित्याग को समर्पित है। यहां आप अपनी लाडली बहना आवेदन संख्या या सदस्य संख्या भरनी होगी।
- उसके बाद, अपने मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP और कैप्चा दर्ज करें।
अब घोषणा, “मैं मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना 2023 में पात्र हितग्राही हूँ”, दी गई है। इस योजना में स्वेछा से मिलने वाली मासिक आर्थिक सहायता राशि को छोड़ देना चाहता हूँ।” पर टिकट लगाकर सुरक्षित करें पर क्लिक करें।
महत्वूर्ण बिंदु
- पंजीकृत महिलाएं (लाभार्थी) जो वर्तमान में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना का लाभ ले रही हैं, लाभ-परित्याग विकल्प द्वारा अपनी पात्रता का परित्याग कर सकती हैं।
- यदि आप मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के लाभ-परित्याग की प्रक्रिया पूरी करते हैं, तो आप भविष्य में दोबारा इस योजना के लाभ के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे।
- “0755 2700800” हेल्प डेस्क नंबर पर अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें।
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निष्कर्ष
मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना का लाभ लेने वाली अपात्र महिलाओं का परित्याग करने का आदेश रद्द कर दिया गया है।सागर के महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी ने कहा कि यदि कोई पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष, सचिव या समूह के सदस्य द्वारा शासन द्वारा निर्धारित शर्तों के खिलाफ लाडली बहना की पेशकश की गई है, तो पंद्रह दिन के भीतर इसे परित्याग कर दें, अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश से राज्य सरकार परेशान होने लगी। लेकिन सागर कार्यक्रम अधिकारी ने ही इस आदेश को रद्द कर दिया। कांग्रेस प्रदेश महामंत्री सैयद जाफर ने इस आदेश को महिलाओं के साथ धोखा बताया और इसके सामने आने पर सियासी हलचल मच गई।