Namami Gange Yojana 2024: किसान करेंगे करामात, जैविक खेती से ‘शुद्ध’ करेंगे गंगा का किनारा

Namami Gange Yojana 2024: भारत के मौजूदा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने जब से प्रधानमंत्री का पद संभाला है, तब से  वह लगातार कई योजनाएं ला रहे हैं, जिससे भारतीय नागरिकों और भारत का विकास हो सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत और भारत के लोगों के विकास के लिए स्वच्छ भारत अभियान, प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधान मंत्री आवास योजना जैसे और भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं और उन्हीं सब योजनाओं में से एक योजना नमामि गंगे योजना 2024 (Namami Gange Yojana 2024) है। 

यह योजना वर्ष 2014 में शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य भारत की राष्ट्रीय नदी गंगा के प्रदूषण में प्रभावी कमी, संरक्षण और कायाकल्प के दोहरे उद्देश्यों को प्राप्त करना है। आज के अपने इस लेख में जरिए हम आपको नमामि गंगे योजना (Namami Gange Yojana) के बारे में सारी बातें विस्तार से बताने जा रहे हैं। 

नमामि गंगे योजना ओवरव्यू – Namami Gange Yojana Overview 

लेख का नामNamami Gange Yojana 2024
योजना का नामनमामि गंगे योजना
योजना की शुरुआत कब हुईसाल 2014 में
योजना की शुरुआत किसने कीभारत सरकार ने
उद्देश्यराष्ट्रीय नदी गंगा को स्वच्छ बनाना
विभागजल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग – भारत सरकार
आधिकारिक वेबसाइटhttps://nmcg.nic.in/
हेल्पलाइन नंबर+91-011-23072900-901

नमामि गंगे योजना क्या है? – What is the Namami Gange Yojana?

नमामि गंगे योजना क्या है? - What is the Namami Gange Yojana?
नमामि गंगे योजना क्या है? – What is the Namami Gange Yojana?

Ladli Behna Yojana कि तरफ से Namami Gange Yojana की सम्पूर्ण जानकारी: दरअसल, नमामि गंगे योजना भारत की राष्ट्रीय नदी गंगा की सफाई और पुनर्जीवन के उद्देश्य से शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसकी शुरुआत साल 2014 में भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने की थी। यह योजना भारत की राष्ट्रीय नदी गंगा, जिसे गंगा मां भी कहा जाता है, उसकी दिन-प्रतिदिन हो रही दुर्दशा को कम करने के लिए बनाई गई है। 

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नमामि गंगे (Namami Gange in Hindi) के लिए लगभग 20,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। यह एक व्यापक और समग्र दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करता है और इसमें सीवेज उपचार, रिवरफ्रंट विकास, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देने जैसी विभिन्न गतिविधियां शामिल हैं।

नमामि गंगे योजना का उद्देश्य – Objective of Namami Gange Yojana

नमामि गंगे योजना के कई सारे उद्देश्य हैं। मगर इसका मुख्य उद्देश्य उसे स्वच्छ बनाना है, ताकि यह नदी अपना ऐतिहासिक महत्व न खोए और न ही भारत में पानी की कमी हो। मालूम हो कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से करीब 500 मिलियन से भी अधिक लोग गंगा नदी बेसिन पर निर्भर हैं, जोकि चीन, नेपाल, भारत और बांग्लादेश तक फैला हुआ है। 

  1. नमामि गंगे योजना का उद्देश्य प्रदूषण की प्रभावी कमी और नदी का संरक्षण सुनिश्चित करना है।
  2. इसके अलावा व्यापक सीवेज उपचार और सीवेज बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है, ताकि गंगा नदी के किनारे स्थित कस्बों और शहरों से आने वाले गंदे पानी को रोककर प्रदूषण के भार को कम किया जा सके। 
  3. साथ ही कचरे को नदी में जाने से रोकने के लिए और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए इसकी शुरुआत की गई है। 
  4. नदी के किनारे वनरोपण और जैव विविधता संरक्षण को बढ़ावा देने भी इसी का उद्देश्य है। 
  5. यही नहीं बल्कि सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना और गंगा के असली महत्व के बारे में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना है। 
  6. इसका उद्देश्य सतही प्रवाह और भूजल को बढ़ाना तथा उसे बनाए रखना है।

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नमामि गंगे योजना के प्रमुख स्तंभ – Main pillars of Namami Gange Yojana 

भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए नमामि गंगे कार्यक्रम के प्रमुख स्तंभ ये हैं। 

  1. सीवरेज ट्रीटमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर 
  2. जैव विविधता 
  3. औद्योगिक अपशिष्ट निगरानी 
  4. वनीकरण 
  5. जन जागरूकता 
  6. रिवरफ्रंट डेवलपमेंट 
  7. नदी-सतह की सफाई 
  8. गंगा ग्राम की स्थापना। 

नमामि गंगे योजना की महत्वपूर्ण विशेषताएं – Important Features of Namami Gange Yojana 

  1. केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई नमामि गंगे योजना केंद्रीय क्षेत्र की योजना है, जोकि पुरे भारत के लिए बनाई गई है। 
  2. यह गंगा नदी को साफ़ करने और उसका संरक्षण करने के लिए बनाई गई है। 
  3. भारत सरकार इस योजना के जरिए नदी के किनारे वनरोपण और जैव विविधता संरक्षण कर रही है। 
  4. इसके तहत सीवेज उपचार और सीवेज बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है और आगे भी किया जाएगा, ताकि गंदा पानी गंगा को दूषित न करे। 
  5. इसे राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
  6. नमामि गंगे योजना भारत सरकार के जल संसाधन मंत्रालय, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग, जल शक्ति मंत्रालय के तहत आती है। 

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नमामि गंगे कार्यक्रम का कार्यान्वयन – Implementation of Namami Gange Programme

भारत सरकार ने तत्काल प्रभाव के साथ-साथ दीर्घकालिक स्थिरता को सुनिश्चित करने के लिए नमामि गंगे योजना को कई चरणों में लागू करने के लिए तैयार किया है। 

  1. प्रवेश-स्तर की गतिविधियां – शीघ्र दिखाई देने वाले प्रभाव के लिए तत्काल हस्तक्षेप।
  2. मध्यम अवधि की गतिविधियां – पांच वर्ष की समय-सीमा के भीतर पूरी की जाने वाली पहल।
  3. दीर्घकालिक गतिविधियां – 10 सालों के लिए योजनाबद्ध रणनीतिक कार्य।

नमामि गंगे योजना का महत्व – Importance of Namami Gange Yojana 

भारत सरकार द्वारा शुरू की गई नमामि गंगे योजना का महत्व बहुत अधिक है। यह तो सभी जानते हैं कि जल ही जीवन है और जल के बिना किसी तरह के कल की कल्पना नहीं की जा सकती। ऐसे में बढ़ते शहरीकरण के साथ प्रदूषित हुए गंगा नदी को साफ करना जरूरी था, जोकि नमामि गंगे योजना के जरिए हो पा रहा है। भारत की राष्ट्रीय नदी गंगा मौजूदा समय में देश की लगभग 43% आबादी के भरण-पोषण का केंद्र बनी हुई है। यह नदी कृषि, मत्स्य पालन और भी कई चीजों में सहायता करती है। ऐसे में इसे बेहतर बनाए रखने के लिए नमामि गंगे मिशन का महत्त्व काफी बढ़ जाता है। 

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नमामि गंगे कार्यक्रम की प्रमुख उपलब्धियां – Major achievements of the Namami Gange program

  1. सीवरेज उपचार क्षमता का निर्माण – नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत अभी तक 1 विकेन्द्रीकृत मॉड्यूलर परियोजना के साथ 200 सीवरेज अवसंरचना परियोजनाओं को 31,810 करोड़ रुपये की कुल लागत पर मंजूरी मिल गई है। इसमें से 116 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं और चालू हो गई हैं। जबकि शेष परियोजनाएं कार्यान्वयन के विभिन्न चरणों के लिए है।
  2. नदी तट विकास – अब तक इसके जरिए 286 घाटों/श्मशानों के अलावा कुंडों/तालाबों के निर्माण, आधुनिकीकरण और नवीनीकरण के लिए 84 घाटों/श्मशानों की परियोजनाओं को मंजूरी मिल चुकी है।
  3. नदी सतह की सफाई – भारत सरकार ने घाटों एवं नदी की सतह पर तैरते हुए ठोस अपशिष्ट को इक्कठा करने और उसके निपटान के लिए नदी सतह की साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया है। अब तक 11 स्थानों पर इसे चालू कर दिया गया है।
  4. जैव विविधता संरक्षण –  इस योजना के अंतर्गत कई सारी जैव-विविधता संरक्षण परियोजनाएं चलाई जा रही है, जिनमें मछली और मत्स्य संरक्षण, गंगा नदी डॉल्फिन संरक्षण आदि कई परियोजनाएं शामिल हैं। 
  5. वनीकरण – वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई), देहरादून ने 2293.73 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड के गंगा नदी के किनारे के राज्यों में 1,34,106 हेक्टेयर क्षेत्र में वनीकरण के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की है। 
  6. जन जागरूकता – गंगा नदी को स्वच्छ बनाए रखने के लिए और नमामि गंगे योजना को सफल बनाने के लिए विभिन्न जन जागरूकता कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इसके जरिए गंगे थीम सांग को व्यापक रूप से जारी किया गया और उसे डिजिटल मीडिया पर काफी चलाया गया, ताकि कार्यक्रम की दृश्यता बढ़ाई जा सके और आज स्वयं से कई अन्य लोग व संस्थाएं नदीयों की सफाई में लगे हुए हैं। 
  7. औद्योगिक अपशिष्ट निगरानी – इसके तहत 1072 घोर प्रदूषण करने वाले उद्योगों (जीपीआई) में से 885 में सीपीसीबी सर्वर से ऑनलाइन सतत उत्सर्जन निगरानी स्टेशन (ओसीईएमएस) कनेक्टिविटी स्थापित की गई।
  8. गंगा ग्राम – 5 गंगा बेसिन राज्यों (उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल) की 1674 ग्राम पंचायतों में शौचालयों के निर्माण के लिए पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय (MoDWS) को इस योजना के जरिए 578 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इस योजना के तहत लक्षित 15,27,105 इकाइयों में से MoDWS ने 8,53,397 शौचालयों का निर्माण पूरा कर लिया है।

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निष्कर्ष 

हमने अपने इस लेख के माध्यम से नमामि गंगे योजना का ओवरव्यू दे दिया है। ऐसे में आप इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और अन्य लोगों के साथ इसे साझा कर सकते हैं। लेकिन सिर्फ इसकी जानकारी साझा करने से कुछ नहीं होगा बल्कि आपको खुद अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा और गंगा को साफ रखने का संकल्प लेना होगा, ताकि आने वाली पीढ़ी सुरक्षित रहे। 

नमामि गंगे योजना को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल – Frequently asked questions about Namami Gange Yojana 

प्रश्न1: नमामि गंगे योजना की शुरुआत कब हुई? 

उत्तर: नमामि गंगे योजना की शुरुआत 2014 में हुई थी और इसकी शुरुआत भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने की थी। 

प्रश्न2: नमामि गंगे योजना का संचालन किस विभाग द्वारा किया जा रहा है? 

उत्तर: इस योजना का संचालन जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग द्वारा किया जा रहा है। 

प्रश्न3: नमामि गंगे योजना की आधिकारिक वेबसाइट क्या है? 

उत्तर: नमामि गंगे योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://nmcg.nic.in/ है, जिसके जरिए आपको इसकी विस्तृत जानकारी मिल सकती है।

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